कांतार चैप्टर 1 फिल्म समीक्षा, फिल्म रिलीज होते ही ट्विटर पर चर्चा का केंद्र बन गई है। कई आलोचक और दर्शक अपनी प्रतिक्रियाएँ ट्वीट कर रहे हैं।
कुछ प्रशंसाभर, तो कुछ संदेहपूर्ण। ट्विटर समीक्षा में सबसे अधिक बात कही जा रही है:
“ऋषभ शेट्टी ने एक मास्टर स्टोरीटेलर की तरह काम किया है”
इस तरह के ट्वीट्स वायरल हो रहे हैं, जहाँ लोग उनकी कहानी बुनावट, दृश्य भाषा और क्लाइमेक्स को बेहद प्रभावशाली बता रहे हैं।
कई ट्विटर यूज़र्स ने लिखा है कि “Gosebumps climax ने दिल थाम लिया”।
यानी अंतिम दृश्यों की तीव्रता और भावना ट्विटर पर सराही जा रही है।
कुछ नकारात्मक समीक्षा में यह बात उभरी है कि पूरे फिल्म का लय बचाव नहीं कर पाती, विशेषकर मध्य भाग में थोड़ी लम्बी महसूस होती है—लेकिन ट्विटर पर उन आलोचनाओं की संख्या अपेक्षाकृत कम है।
इन प्रतिक्रियाओं को देखते हुए यह स्पष्ट है कि कांतार चैप्टर 1 ट्विटर समीक्षा” एक सकारात्मक झुकाव ले रही है, और ट्विटर प्लेटफ़ॉर्म ने फिल्म की गूँज को दूर‑दूर तक फैलाया है।
कुछ दर्शकों के ट्वीट यहां देखे।
ಇಂದು ಬಿಡುಗಡೆಯಾಗುವ ‘ಕಾಂತಾರ ಅಧ್ಯಾಯ-1’ ಚಿತ್ರಕ್ಕೆ ಶುಭಹಾರೈಕೆಗಳು. 🔥#KantaraChapter1 is a masterfully crafted cinematic experience that seamlessly weaves folklore, faith, and human emotion into a compelling narrative.
Rishab Shetty delivers a commanding performance. The experience is… pic.twitter.com/FHBMEGOzzF— Ashwini Puneeth Rajkumar (@Ashwini_PRK) October 2, 2025
#KantaraChapter1 First Half – GOOD
Solid World Building, Great Action Sequences. CGI is 💥💥🔥🔥
Comedy was Hit or Miss, Hit aythe Super Untadi, Miss ayinappudu Lag anipinchindi.
A Lot depending on the Second Half pic.twitter.com/RSo9wfbgDt
— Man of Fiction (@Man_0f_Fiction) October 2, 2025
Kantara Chapter 1 is a cinematic experience that blends myth, culture, and raw storytelling into a visually arresting spectacle. From its atmospheric world-building to Rishab Shetty’s commanding direction, every frame feels purposeful and immersive.
The film doesn’t just… pic.twitter.com/WX4Ej4CIgp— Hughie Campbell🦇 (@Butcher_008) October 1, 2025
कांतार चैप्टर 1 फिल्म समीक्षा

कहानी एवं विषय
“कांतार चैप्टर 1” मूल रूप से एक प्रीक्वल है, जो पहले भाग “कांतार” की पृष्ठभूमि में स्थापित होती है। फिल्म का कथानक 300 ईस्वी के कदंब वंश के भीतर नागा साधु, लोककथाएँ, शक्ति संघर्ष और आदिवासी समुदायों की कहानी से जुड़ा है।
निर्देशन, लेखन और अभिनय
ऋषभ शेट्टी ने न सिर्फ निर्देशन किया है, बल्कि लेखन और अभिनय में भी अपना योगदान दिया है।
उनका यह प्रयास दर्शकों को एक सघन और सांस्कृतिक अनुभव देने का रहा है। दृश्य भाषा और लोक तत्वों का संचय उनकी पटकथा में गहराई और विश्वसनियता जोड़ता है।
कास्टिंग में शेट्टी के अलावा रुक्मिणी वसंत और अन्य कलाकार अच्छे काम करते दिखते हैं।
दृश्य संयोजन, पृष्ठभूमि संगीत और सेट डिजाइन भी फिल्म को विज़ुअल रूप से मजबूत बनाते हैं।
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